संस्कृति मंत्रालय ने मंगलवार को उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा में बैठक का आयोजन किया था, जिसके तहत ताज महल को भीड़ से बचाने के लिए एक योजना की रूपरेखा तैयार की गयी थी, गौरतलब है कि, ताज महल यूनेस्को द्वारा संरक्षित स्मारकों में आता है, जिसके तहत पर्यावरण में लगातार हो रहे बदलावों और भीड़ से ताज महल को बचाने के लिए सैलानियों की संख्या को निश्चित करने पर एक आम सहमति बनी थी, हालाँकि अभी तक इसके लिए कोई आदेश जारी नहीं हुआ है। बैठक में केंद्रीय संस्कृति महेश शर्मा, ASI डायरेक्टर उषा शर्मा, आगरा के डीएम गौरव दयाल, आईजी राजा श्रीवास्तव, एसएसपी अमित पाठक, एडीए उपाध्यक्ष अनिल ढींगरा, उपनिदेशक पर्यटन दिनेश कुमार, CISF कमांडेंट ब्रजभूषण आदि मौजूद रहे थे। (tajmahal tourists limit)

हर रोज सिर्फ 40 हजार पर्यटक कर पाएंगे ताज के दीदार(tajmahal tourists limit):

आगरा स्थित दुनिया के सातवें अजूबे को पर्यावरण में हो रहे बदलावों के चलते बचाने की मुहीम केंद्र सरकार ने शुरू कर दी है, जिसके तहत मंगलवार को ताज नगरी में संस्कृति मंत्रालय की बैठक का आयोजन किया गया था, बैठक में सभी के बीच सैलानियों की संख्या को निश्चित करने पर आम सहमति बनी, जिसके तहत मंत्रालय एक दिन में सिर्फ 40 हजार पर्यटकों को ही ताज के दीदार के लिए टिकट देगी। जिसके लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन मध्यम में हर रोज 40 हजार टिकट ही बेचे जायेंगे।

तीन घंटे से ज्यादा नहीं रुक पाएंगे ताज परिसर में(tajmahal tourists limit):

संस्कृति मंत्रालय एक दिन में सिर्फ 40 हजार सैलानियों को ही ताज के दीदार की अनुमति देने की योजना बना रही है, इसके साथ ही सैलानी तीन घंटे से अधिक समय तक ताज परिसर में नहीं रह सकते हैं, साथ ही 15 साल तक के बच्चे को ताज परिसर में मुफ्त एंट्री कराई जाएगी। इसके साथ ही ताज महल के मुख्य गुम्बद में जाने के लिए सैलानियों को 100 रुपये खर्च करने पड़ सकते हैं, वहीँ 40 हजार की संख्या पार हो जाने के बाद टिकट की दर प्रति व्यक्ति 1000 रुपये जो जाएगी।

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