उ0प्र0 सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने और चिकित्सा व्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में नई रणनीति के तहत तेजी से प्रयास कर रही है। इसके तहत ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में सभी लोगों को गुणवत्तायुक्त जहां स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ कराने की व्यवस्था की गयी है, वहीं सभी चिकित्सालयों को और अधिक सुदृढ़ किया जा रहा है। सरकार का प्रयास है कि आम लोगों का उनके स्थानीय क्षेत्र में ही समुचित स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो सके।प्रदेश के प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी ने ये बातें कहीं।

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मानव संसाधन भी हो उपलब्ध

  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने हेतु कार्यशाला का आयोजन हुआ।
  • उन्होंने कहा कि भारत सरकार के सहयोग से स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता पर विशेष बल दिया जा रहा है।
  • इसके तहत टीकाकरण अभियान को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गयी है।
  • कालाजार, चेचक, कुष्ठरोग, आदि बीमारियों के निवारण पर विशेष ध्यान केन्द्रित किया गया।
  • प्रमुख सचिव ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के तहत मानव संसाधन की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जा रही है।
  • उन्होंने कहा कि चिकित्सकीय स्टाफ की कमी को हर स्तर पर दूर किया जा रहा है।
  • चिकित्सक के 1000 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है।

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  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत 1409 चिकित्सकों की नियुक्ति की प्रक्रिया गतिमान है।
  • इसके अलावा ए0एन0एम0, स्टाफ नर्स की भर्ती के साथ ही पैरामेडिकल स्टाफ को भी रखे जाने की कार्यवाही की जा रही है।
  • स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की गयी कार्य योजना का जिक्र करते हुए कहा।
  • कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति पूरी तरह गम्भीर है।
  • स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं से वंचित न रहे।
  • उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार के लिए अस्पतालों में दवाओं की समय से उपलब्धता हो।
  • सुनिश्चित करने के लिए ‘‘मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन’’ के गठन की कार्यवाही की जा रही है।

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निर्धारित मानकों को करना होगा पूरा

  • नीति आयोग के सलाहकार आलोक कुमार ने भी इस मौके पर अपने विचार रखे।
  • उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य एवं चिकित्सा सेवाओं को उत्कृष्ट बनाने के लिए केन्द्र सरकार हर मदद को तैयार है।
  • उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को केन्द्र की कार्ययोजना के अनुरुप स्वास्थ्य सेवा को सुदृढ़ करना होगा।
  • और निर्धारित मानकों को भी पूर्ण करना होगा। उन्होंने कहा कि अवस्थापना और मानव संसाधन के अन्तर को हर स्तर पर कम किया जाना जरूरी है।
  • Nhm निदेशक, आलेाक कुमार ने प्रदेश में उपलब्ध स्वास्थ्य सेवाओं पर विस्तार से प्रकाश डाला।
  • सभी चिकित्सालयों को गुणवत्तायुक्त बनाया जा रहा है।

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  • सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को सुदृढ़ किया जा रहा है।
  • उन्होंने बताया कि 1345 नये स्वास्थ्य उपकेन्द्रों के विस्तार की कार्यवाही की जा रही है।
  • 11440 नये उपकेन्द्रों को स्थापित किया गया है।
  • इनमें ए0एन0एम0 की तैनाती की स्वीकृति की कार्यवाही की जा रही है।
  • उन्होंने कहा कि मिशन सभी स्तर पर स्वास्थ्य सेवा में सुधार के लिए सतत् प्रयत्नशील है।
  • उन्होंने बताया कि टीकाकरण की गति देने के लिए इसकी व्यवस्था को प्रभावी बनाया जा रहा है।
  • प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ किया गया है।
  • स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बढ़ाने के उद्देश्य से निजी क्षेत्र की सहभागिता सुनिश्चित की जा रही है।
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