राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ( आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत का एक बयान कई सवाल खड़े कर रहा है. मोहन भागवत जोकि गुजरात के राजकोट में अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की सालाना होने वाली बैठक में पहुंचे. यहाँ पत्रकारों से बातचीत करते वक़्त मोहन भागवत के एक जवाब ने सबके दिमाग में सवाल खड़े कर दिए.

उन्होंने अपने बयान में कहा कि अगर वो कुछ बोलेंगे तो उन्हें नौकरी से निकाल दिया जायेगा. मोहन भागवत ने खुल कर तो कुछ नहीं बताया लेकिन उनका यह स्टेटमेंट किस के लिए था. मोहन भागवत गुजरात सह सरकार्यवाह मनमोहन वैद्य के साथ पहुंचे हैं.

अखिल भारतीय प्रान्त प्रचारकों की यह सालाना बैठक तीन दिन तक चलेगी. 15 से 17 जुलाई तक अखिल भारतीय प्रांत प्रचारकों की तीन दिवसीय सालाना बैठक गुजरात के सोमनाथ में होने वाली है. जिसके मद्देनजर संघ प्रमुख मोहन भागवत 12 से 18 जुलाई तक सोमनाथ में रहेंगे.

बोलने का काम किसी और को दिया गया है:

तीन दिवसीय इस बैठक में संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी समेत सभी सह सर कार्यवाह, कार्यकारिणी के सदस्य, प्रांत प्रचारक और सह प्रांत प्रचारक इस कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे. इस बैठक में आगामी 2019 लोकसभा व तीन राज्यों के विधानसभा चुनाव के साथ-साथ देश के सामाजिक, सांस्कृतिक व अध्यात्मिक विकास के मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की जा सकती है.

आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत आज राजकोट पहुंचे. एअरपोर्ट पर जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किये तब उनके बयान ने सबको सोच में डाल दिया. उन्होंने कह दिया कि अगर बोला तो मेरी नौकरी चली जायेगी, बोलने का काम किसी और को दिया गया है.

अपने इस राजकोट दौरे में मोहन भागवत सोमनाथ मंदिर भी जायेंगे. सोमनाथ जिले में के कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों से मुलाक़ात कर वे सोमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना भी करेंगे.

ऐसा माना जा रहा है कि मोहन भागवत, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से भी मुलाकात करेंगे. मालूम हो अमित शाह भी गुजरात पहुंचने वाले हैं. इस लिये यह दौरा और भी ख़ास हो जाता है.

 

 

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