छूटे खूब पटाखे ।
आदेश रहा बेअसर ।।

जमकर आतिशबाज़ी ।
कर गये गाँव-शहर ।।

उड़ा डाली धज्जियाँ ।
रोक ना पाये जोश ।।

लगा डाली शर्त ।
प्रतिबंध पर आक्रोश ।।

भावना में बह गये ।
हुआ प्रदूषण गौड़ ।।

माचिस और पटाखे ।
किये रातभर दौड़ ।।

कृष्णेन्द्र राय
Krishnendra Rai

UTTAR PRADESH NEWS की अन्य न्यूज पढऩे के लिए Facebook और Twitter पर फॉलो करें