2019 के लोकसभा चुनावों की समाजवादी पार्टी ने पूरी तरह तैयारियां शुरू कर दी है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बीजेपी को घेरने के लिए यूपी से बाहर जाकर पार्टी को मजबूत करना शुरू कर दिया है। बीते दिनों सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मध्य प्रदेश के दौरे पर थे जहाँ पर उन्होंने कई जनसभाओं को संबोधित करने के साथ ही संगठन के नेताओं से मुलाकात की थी। इस बीच अखिलेश यादव के चुने हुए नेता से नाराज होकर एक नेता ने पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है जिसके बाद पार्टी में कोहराम मच गया है।

अखिलेश कर रहे 2019 की तैयारी :

आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों में समाजवादी पार्टी सबसे आगे चल रही है। अन्य पार्टियों ने जहाँ इसके लिए अब तक कोई ख़ास तैयारी नहीं की है तो वहीँ सपा ने तो लोकसभा चुनाव प्रत्याशियों के लिए आवेदन फॉर्म तक निकाल दिया है। जिला सपा कार्यालय से कोई भी 10 हजार की रकम जमाकर इस फॉर्म को भरने के बाद प्रत्याशी बनने के आवेदन कर सकता है। वहीँ यूपी की फतेहपुर सीट से सपा ने सबसे पहले अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है। साथ ही मुलायम सिंह के मैनपुरी से लड़ने का ऐलान अखिलेश कर चुके हैं। साथ ही वे खुद भी कन्नौज से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं।

 

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सपा नेता ने किया ऐलान :

मध्य प्रदेश के पृथ्वीपुर में समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष कमलेश यादव दिगवार एवं कई सपा कार्यकर्ताओं ने सपा जिला अध्यक्ष की कार्यशैली पर नाराजगी जाहिर की है। इसके अलावा उन्होंने कई नेताओं के साथ पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला उपाध्यक्ष कमलेश यादव ने बताया कि क्षेत्र के सैकड़ों सपा कार्यकर्ता पार्टी छोड़ने का मन बना चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि लखन चन्द्र जैन के जिलाध्यक्ष रहने तक कार्यकर्ता की बैठकें हुई और उनकी समस्याएं सुनीं जाती रही लेकिन जब से ओमप्रकाश यादव को जिला अध्यक्ष बनाया गया है, इस क्षेत्र में एक भी इनके द्वारा कार्यकर्ता मीटिंग का आयोजन ग्राम स्तर पर नहीं किया गया है। वे कार्यकर्ता को होने वाली समस्याओं से कोई सरोकार नहीं रखते हैं।

 

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